Monday, June 3, 2013

शीला की जवानी गीत का भावार्थ

*प्रस्तुत उत्तेजक गीत हिन्दी फिल्म जगत के नवीनतम रत्न 'तीस मार खान' से लिया
गया है. यह गाना नायिका के संगमरमर जैसे शरीर से आकर्षित होने वाले लंगोट के
ढीले पुरुषों पर नायिका की अपमानजनक प्रतिक्रया को व्यक्त करता है. नायिका
उन्हें सीधे और कटु शब्दों में बताना चाहती है कि शीशे के पीछे रसगुल्ले की
ख्वाहिश करना एक बात है और उसे चखना दूसरी बात!*



* *


*I know you want it*


* But you never gonna get it*


*Tere haath kabhi na aani*


*Maane na maane koi duniya *


*Yeh saari, mere ishq ki hai deewani*


* *



*गाने की शुरुआत नायिका के ईमानदारीपूर्ण वक्तव्य से होती है. वो जानती है कि
इन मर्दों को उसकी भावनाओं, दिल और प्रेम से कोई सरोकार नहीं. वो तो बस एक ही
चीज चाहते हैं. पर वो उन्हें मिलने वाली नहीं. उन्हें मुंह में भर आये पानी से
ही अपनी प्यास बुझानी होगी. दुर्भाग्यपूर्ण, परन्तु सत्य.*


* *


* *


*Hey hey, I know you want it*


*but you never gonna get it*


*Tere haath kabhi na aani*


*Maane na maane koi duniya*


*yeh saari Mere ishq ki hai deewani*


*Ab dil karta hai haule haule se*


*Main toh khud ko gale lagaun*


*Kisi aur ki mujhko zaroorat kya*


*Main toh khud se pyaar jataun*



* *


*नायिका पुनः दर्जनों पुरुषों में उसके प्रति जगी वासना पर प्रकाश डालती है. वो
अपने आस-पास मंडराते छिछोरों को बताती है कि उनकी दाल नहीं गलने वाली. पर साथ
ही यहाँ नायिका के व्यक्तित्व का एक और पक्ष उजागर होता है. सौंदर्य से जागृत
अहंकार का पक्ष. वो अपनी सुन्दरता से इतनी प्रभावित है कि उसे किसी पुरुष की
ज़रुरत नहीं. वो अपने अन्दर की स्त्री के लिए खुद ही पुरुष बन जाना चाहती है.
अब इसे अहंकार की पराकाष्ठा कहें या आत्म-प्रेम की मादकता!*


* *


* *


*what's my name*


*what's my name*


*what's my name*


*My name is Sheela*


*Sheela ki jawani*


*I'm just sexy for you*


*Main tere haath na aani*


*Na na na sheela*


*Sheela ki jawani*


*I'm just sexy for you*


*Main tere haath na aani*


* *


*अब नायिका अपना परिचय देती है. अपना नाम बताती है. और नाम भी ऐसा जो बूढ़ी
नसों के लिए वायाग्रा का काम करे. उनमें यौवन का झंझावात ला दे. नाम बताने के
साथ वो यह भी बताती है कि वो बहुत ही ज़्यादा सेक्सी है. अपने मुंह मियाँ
मिट्ठू. पर इस आत्म-प्रशंसा में भी अहंकार की  सुगंध है. वो खुद को इतना
ज़्यादा सेक्सी  बताती है कि वो सबकी  पहुँच से बाहर है. एक ऐसे चन्द्रमा की
तरह जिसकी चांदनी तो सबको उपलब्ध है, पर उस चाँद को छूकर उसे महसूस करना किसी
के बस की नहीं. यहाँ यह सिद्ध होता है है कि नायिका सौंदर्य की साधक ही नहीं,
बल्कि अहंकार से भरी चुड़ैल भी  है.*


* *


* *


*Take it on*


*Take it on*


*Take it on*


*Take it on*


* *


* अब नायिका सीधे शब्दों में चुनौती देती है. एक ऐसी चुनौती जो शायद मर्दों में
शराब के बिना भी साहस ला दे.*


* *


* *


*Silly silly silly silly boys*


*O o o you're so silly*


*Mujhe bolo bolo karte hain*


*O o oHaan jab unki taraf dekhun,*


*baatein haule haule karte hain*


*Hai magar, beasar mujh par har paintra*


* *


*अब नायिका उनका उपहास करती है. उन्हें मूर्ख कहकर पुकारती है. उन्हें ज़लील
करती है. वो मर्द नायिका के बारे में गुप-चुप बातें कर सकते हैं, पर उसके सामने
जुबां नहीं खोल पाते. वासना और कायरता का ये अद्भुत संगम है.*


* *


* *


*Haye re aise tarse humko*


*Ho gaye sober se re*


*Sookhey dil pe megapan ke*


*teri nazariya barse re*


*I know you want it*


*but you never gonna get it*


*Tere haath kabhi na aani*


*SheelaSheela ki jawani*


*I'm just sexy for you*


*Main tere haath na aani*


*Na na na sheela*


*Sheela ki jawani*


*I'm just sexy for you*


*Main tere haath na aani*


* *


*यहाँ आखिरकार वासना से मदहोश मर्द कुछ बोलने की  हिम्मत जुटाते हैं. वो धीमे
स्वर में अपनी इच्छा ज़ाहिर करते हैं. वो बोलते हैं कि नायिका का फिसलता बदन
उनके बंजर दिलों में प्रेम का अंकुर ला रहा है. मानो  नायिका  को उनकी असली
इच्छा का पता ही नहीं. इसलिए वह उन्हें फिर से याद दिलाती है कि दिन
में सपने देखना छोड़ दें. *


* *



*यह ख़ूबसूरत गीत आज ही नहीं, सदियों से चला आ रही नर और नारी की मानसिकता को
उजागर करता है. नारी हज़ारों घंटे श्रृंगार और व्यायाम में बिताकर इस लायक
दिखती है कि मर्द उस पर गिद्ध जैसी नज़रें डालें. पर जब वो नज़रें डालते हैं तो
नायिका उन्हें चूजा सिद्ध कर देती है. नर भी कम नहीं. वो नारी के शारीरिक
आकर्षण के सामने आपा खो बैठते हैं. जब वासना शिखर पर होती है तो साहस लुकाछिपी
खेल रहा होता है. अब ऐसे में मिलन हो तो कैसे हो? इसी सवाल  के साथ यह गीत
श्रोताओं और दर्शकों के मन में एक कसक छोड़ जाता है. *

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